51 किलों फूलों से बनाने में लगे छ: घंटे
अक्षर भास्कर डिजिटल, छिंदवाड़ा। कल 22 जनवरी 2024 का दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से दर्ज किया जाएगा। सैकड़ों वर्षों के इंतजार के बाद भगवान राम अपने मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित किए जाएंगे।
इस आयोजन को लेकर देश विदेश में उत्सव का माहौल है। हर कोई अपने-अपने तरीके से प्रभु का स्वागत और आराधना करने में लगा है। अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर छिंदवाड़ा में भी हर मठ मंदिर में खुशियां मनाई जा रही है।
कहीं भजन कीर्तन किए जा रहे हैं तो कहीं अखंड रामायण के पाठ किए जा रहे हैं, कहीं राम नाम जाप किए जा रहे हैं तो कहीं भंडारों की तैयारी की जा रही है। इस दौरान छिंदवाड़ा के एक कलाकार ने अद्भुद कलाकारी दिखाई है। उन्होने 51 किलो रंग बिरंगे फूलों से भगवान राम की रंगोली उकेरी है।
जिसे देखने भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। छापाखाना के साईनाथ मंडल से जुड़े रंगोली कलाकार रजत गढ़ेवाल यूं तो रंगोली की कलाकारी के लिए जाने जाते हैं लेकिन इस बार उन्होने फूलों से कलाकारी कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया है।
रजत ने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अवसर है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है। 500 वर्ष बाद भगवान राम मंदिर में विराजमान होंगे। यह पल हम सबके अविस्मरणीय है। हम सौभाग्यशाली हैं, हमे यह पल देखने मिल रहा है। इसलिए उन्होने अपनी टीम के साथ मिलकर 51 किलो फूलों से रंगोली बनाई है।
उन्होंने फूलों से रंगोली बनाने का कारण बताया कि भगवान राम फूलों की तरह कोमल हैं, फूलों की तरह सुंदर हैं, इसलिए फूलों से रंगोली बनाई गई है। रंगोली देखने रामलला के भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।
8 हजार रुपए आया खर्च
सांईनाथ मंडल से जुड़े सदस्यों ने बताया कि इस रंगोली को बनाने में लगभग 8 हजार रुपए का खर्च आया है जिसका पूरा वहन सांईनाथ दुर्गा मंडल ने किया है। इस रंगोली के लिए फूल नागपुर और पांढुर्णा से लाए गए हैं। गेंदा,सेवंती और गुलाब के कुल 51 किलो फूलों से यह रंगोली बनाई गई है।
लगातार कर रहे पानी का स्प्रे
रंगोली बनाने में उपयोग फूलों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। समिति के सदस्य इन फूलों पर लगातार पानी स्प्रे कर रहे हैं ताकि मुरझाएं न। बारिश से बचाने के रंगोली को त्रिपाल से भी ढांकने की भी व्यवस्था की गई है।
फूलों की बनाई जाएगी प्राकृतिक खाद
भगवान श्री राम की इस तस्वीर में शनिवार से पूजा अर्चना और दर्शन का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यहां भी भगवान राम की पूजा अर्चना और आरती होगी। पूजा अर्चना के बाद इन फूलों से प्राकृतिक खाद बनेगी।