व्यापारियों में आक्रोश, टूटने लगा सी-1 कॉम्पलेक्स
Trouble : जुन्नारदेव। नगर पालिका द्वारा एक वर्ष पूर्व वार्ड नंबर 5 में स्थित मंगल भवन के पास कॉम्प्लेक्स
का निर्माण कार्य कराया गया था जिसमें लगभग 32 दुकानें बनाई गई थीं।
इन दुकानों को आवंटित करने की प्रक्रिया भी पूर्ण की जा चुकी थी।
व्यापारियों से दुकान की मूल राशि की एक चौथाई राशि भी जमा करवा ली गई थी।
लेकिन व्यापारियों को आज दिनांक तक दुकान नहीं दी गई है।
इसके कारण व्यापारियों में काफी आक्रोश भी देखा जा रहा है।
व्यापारियों ने बताया कि नगर पालिका के अधिकारियों ने दुकान आवंटित करते समय कहा था कि
एक चौथाई राशि जमा करने के बाद दुकान उन्हें दी जाएगी लेकिन नगर पालिका द्वारा व्यापारियों से
दुकान की पूर्ण राशि मांगी जा रही है। नगर पालिका द्वारा अचानक की गई इस मांग से व्यापारी परेशान हैं।
व्यापारियों ने पूर्ण राशि जमा करने नगर पालिका से मोहलत भी मांगी लेकिन नगर पालिका द्वारा
दुकान की पूर्ण राशि जमा करने के लिए नोटिस भेजा जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि नगर पालिका के दांय-बाएं घूमने वाले पार्षद इस गंभीर मामले को और उलझाने में लगे हुए हैं।
कॉप्लेक्स का हुआ घटिया निर्माण
व्यापारियों को दुकानें नहीं दिए जाने के कारण परिसर में गंदगी का अंबार भी नजर आने लगा है।
इतना ही नहीं परिसर की कई दीवारें टूटती दिखाई देने लगी हैं।
इससे यह साफ साबित होता है कि ठेकेदार द्वारा किस प्रकार घटिया सामग्री लगाकर परिसर का निर्माण कर कराया गया है।
व्यापारी और नगर पालिका परिषद फिर आमने-सामने!
नगर पालिका परिषद के अंतर्गत बैंक के समीप स्थित 35 दुकानों को टूटे 6 महीने बीत गए हैं।
नई दुकानें बनाकर व्यापारियों को आवंटित भी की गई थी, जिसका बाकायदा व्यापारियों द्वारा
हर महीने टैक्स पटाया जाता था। उसके बावजूद आज दिनांक तक के व्यापारियों के हित में कोई कदम नहीं उठाया गया।
नव निर्मित सी-1 कांपलेक्स में लाखों रुपए से खरीदीं दुकानों की वितरण प्रणाली से व्यापारी काफी आहत है,
क्योंकि पूर्व में भी नगर पालिका द्वारा बाजार क्षेत्र में आवंटित दुकानों की राशि अभी शेष है।
इस ओर नगर पालिका कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
इस गंभीर मामले में नगर पालिका प्रशासन के जिम्मेदार नियम का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे हैं।
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