17वें राउंड तक आगे रही कांग्रेस, आखिरी के तीन राउंड में पलटी बाजी, कमलेश शाह 3027 वोटों से जीते
Amarwada By Election Result 2024 : छिंदवाड़ा। लोकसभा सीट हारने के बाद कांग्रेस को एक और तगड़ा झटका लगा है।
महज एक महीने बाद ही भाजपा ने कमलनाथ के गढ़ में एक विधानसभा सीट भी जीत ली है।
कांग्रेस से भाजपा में गए कमलेश शाह ने अमरवाड़ा उपचुनाव में धीरन शाह को 3027 वोटों से हराया है।
अमरवाड़ा में 16 साल बाद भाजपा की ये पहली जीत है।
इससे पहले 2008 में भाजपा के प्रेमनारायण ठाकुर ने जीत दर्ज की थी।
प्रेमनारायण भी कांग्रेस छोड़कर गए थे। श्री ठाकुर ने गोंगपा के मनमोहन शाह बट्टी को मात्र 437 वोट से हराया था।
शनिवार को पीजी कॉलेज में हुई काउंटिंग में काफी उलटफेर होते रहे।
पहले तीन राउंड तक भाजपा आगे रही। फिर उतार-चढ़ाव के साथ 17वें राउंड तक कांग्रेस के धीरन शाह लीड बनाए हुए थे।
आखिरी के तीन राउंड में भाजपा को लगातार बढ़त मिली।
कांग्रेस ने दो राउंड की काउंटिंग में गड़बड़ी की आशंका जताई।
कांग्रेस समर्थकों ने रिकाउंटिंग की मांग की लेकिन रिटर्निंग आफिसर ने उनकी मांग खारिज कर दी।
अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में 10 जुलाई को 332 मतदान केंद्रों पर हुई वोटिंग की मतगणना के लिए 17 टेबल लगाई गई थी।
पोस्टल बैलेट्स की गिनती के लिए 4 टेबल लगाई गईं। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गई।
यहां कुल 9 प्रत्याशी मैदान में थे।
कार्यकर्ता की मेहनत का नतीजा : शाह
कमलेश शाह ने अपनी जीत को भाजपा के कार्यकर्ता, पदाधिकारी, सीएम डॉ. मोहन यादव और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा की मेहनत का नतीजा बताया।
2023 में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे
अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में जीत दर्ज कराने वाले कमलेश शाह 2023 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे।
कमलेश ने बीजेपी की मोनिका बट्टी को हराया था।
लोकसभा चुनाव से पहले कमलेश ने बीजेपी जॉइन कर ली और 29 मार्च को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
जीत का अंतर कम हुआ
2023 के चुनाव में कमलेश शाह ने 25 हजार 86 वोटों से जीत हासिल की थी।
इस बार उपचुनाव में 3027 वोटों से जीते। यानी पिछले चुनाव में जीत के मुकाबले कमलेश को 22 हजार 59 वोट कम मिले।
भाजपा 3 बार जीती
अमरवाड़ा विधानसभा 1967 से 2023 तक हुए चुनावों के 15 चुनावों में भाजपा ने 3 बार जीत दर्ज की।
इनमें 2 बार कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए नेता विधायक चुने गए।
कांग्रेस छोड़कर गए प्रेमनारायण ठाकुर 2008 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते।
इसके बाद 2024 उपचुनाव में कमलेश शाह ने जीत दर्ज कराई।
गोंगपा न लड़ती तो कांग्रेस को होता फायदा
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अमरवाड़ा में कांग्रेस को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने जमकर नुकसान पहुंचाया है क्योंकि आमतौर पर गोंगपा कांग्रेस के ही वोट बैंक में सेंधमारी करती है।
गोंगपा के देवीराम उर्फ देवरावेन भलावी ने इस चुनाव में 28 हजार 723 वोट हासिल किए।
इस चुनाव में 80 हजार 78 वोट हासिल करने वाले कांग्रेस के धीरन शाह को मात्र 3027 मतों से हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी के कमलेश शाह को 83 हजार 105 वोट मिले हैं।
अगर गोंगपा नहीं होती तो कमलेश शाह के लिए चुनाव जीतना मुश्किल हो सकता था।
इसके अलावा नोटा को भी यहां 3 हजार 403 वोट मिले हैं।
खतरा नहीं भांप सकी कांग्रेस
राजनीतिक जानकार अमरवाड़ा में कांग्रेस की हार की बड़ी वजह गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को भी मानते हैं।
गोंगपा का खतरा न तो कमलनाथ भांप पाए और न ही कांग्रेस।
छिंदवाड़ा में कमलनाथ का एक छत्र राज रहा है।
विधायक वही, बस पार्टी बदली
लोकसभा चुनाव में नकुलनाथ को हराने के बाद भाजपा ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है।
इससे पहले 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जिले की सभी 7 छिंदवाड़ा, सौंसर, पांढुर्णा, परासिया, चौरई, अमरवाड़ा और जुन्नारदेव सीटें जीती थीं।
अमरवाड़ा से कमलेश शाह विधायक थे।
2024 के उपचुनाव में भी कलमेश शाह विधायक चुने गए, लेकिन इस बार वे भाजपा के टिकट पर लड़े।
ये जीत शर्मनाक हार के बराबर : नकुल
कमलेश शाह की जीत पर पूर्व कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की। उन्होंने कहा, वर्तमान भाजपा प्रत्याशी कांग्रेस से 3 बार विधायक रहे हैं।
उन्होंने पिछले चुनाव में कमलनाथ के नेतृत्व में लगभग 25 हजार मतों से जीत दर्ज की थी।
आज के उपचुनाव में शासन प्रशासन की मदद से मामूली मतों के अंतर से जीत, शर्मनाक हार के बराबर है।
नकुल ने कहा, मध्यप्रदेश सरकार का पूरा तंत्र अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश प्रताप शाह के साथ खड़ा रहा।
शासन-प्रशासन की मदद, स्वयं मुख्यमंत्री की उपस्थिति में छल-कपट की राजनीति करने के बाद मामूली वोटों के अंतर से जीत यह दर्शाती है कि जनता ने सरकार को नकारा है और करारा जवाब दिया है।
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