उपचुनावों में कांग्रेस का बूथ मैनेजमेंट पर फोकस
By Election : भोपाल। प्रदेश की दो महत्वपूर्ण और चर्चित विधानसभा उपचुनावों को लेकर सुगबुगाहट बढ़ती जा रही है।
इन सीटों पर भाजपा का खेल ‘अपने’ ही बिगाड़ सकते हैं।
दूसरी ओर अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में मिली मामूली वोटों से हार के बाद कांग्रेस बुधनी और विजयपुर उपचुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी बूथ मैनेजमेंट पर विशेष फोकस कर रहे हैं।
दोनों ही विधानसभाओं के बूथ मैनेजमेंट की जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी विधायकों को देगी।
कांग्रेस पार्टी की तरफ से तय किया गया है कि 30-30 विधायकों की टोली बनाई जाएगी।
जिनका मुख्य काम बूथ प्रबंधन का होगा।
दूसरी ओर भाजपा को विजयपुर में परेशानियों का सामना करने की संभावना जातई जा रही है।
इस उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
यहां भाजपा के दो-दो पूर्व विधायक हैं।
दोनों ने ही चुनाव लडऩे की इच्छा से पार्टी को अवगत करा दिया है।
सीताराम आदिवासी के बगावती सुरों से भाजपा वाकिफ भी है।
वहीं बाबूलाल मेवरा भी रावत की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं।
यदि यही हाल रहा तो उपचुनाव में भाजपा की मुश्किलें और भी बढ़ जाएंगी।
यहां रावत से पिछला चुनाव हारने वाले पूर्व विधायक बाबूलाल मेवरा का कहना है कि वे पार्टी की स्थापना के समय से ही काम कर रहे हैं।
पार्टी वरिष्ठता को ध्यान में रखकर टिकट देगी।
रावत से आठ महीने पूर्व 18 हजार वोटोंं से चुनाव हारे मेवरा का कहना है कि वह पिछला चुनाव अपनों के भितरघात के कारण हारे थे।
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सीताराम के बगावती तेवर
पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी ने बगावती तेवर अपना लिए हैं।
सीताराम का कहना है कि उनके समाज के मत इस क्षेत्र में ज्यादा हैं, लिहाजा उन्हें ही टिकट मिलना चाहिए।
उन्होंने इस बात के संकेत भी दिए कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिला तो वे कांग्रेस का भी दामन थाम सकते हैं।
चंबल इलाके में जातिगत आधार राजनीति में काफी महत्व रखता है।
मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट में कुल आठ विधानसभा आती हैं, जिनमें से पांच विधानसभाओं श्योपुर, जौरा, मुरैना और अंबाह में कांग्रेस के विधायक हैं,
पांचवी सीट विजयपुर (रिक्त) भी पिछले चुनाव में कांग्रेस ने ही जीती थी।
इधर, भाजपा के पास तीन विधानसभा सबलगढ़, सुमावली और दिमनी विधानसभा हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 में इसके उलट परिणाम आए हैं।
आठ में से पांच विधानसभा श्योपुर, विजयपुर, अंबाह, दिमनी और सुमावली में भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली है।
इन पांच विधानसभाओं में से जीत का सबसे बड़ा अंतर विजयपुर विधानसभा में 35612 वोट का रहा।
इसी पर भाजपा की उम्मीद टिकी हुई है।