पीएम, सीएम, लोकायुक्त और ईओडब्लू तक शिकायत
अक्षर भास्कर डिजिटल, छिंदवाड़ा। जिला पंचायत के सीईओ पार्थ जैसवाल ने जब छिंदवाड़ा में ज्वाइन किया था तब वे अपने ‘एटीट्यूड’ के चलते खासे चर्चाओं में आए थे। खास तौर पर मीडियाकर्मियों का फोन न उठाने और मीडिया के सामने आने से बचने को लेकर वे चर्चाओं में रहे।
बाद में जब तत्कालीन कलेक्टर मनोज पुष्प से एक बैठक में इस संबंध में शिकायत की गई तब जिला पंचायत सीईओ पार्थ जैसवाल ने फोन उठाने शुरू किए। हालांकि अब भी वे ‘सिलेक्टेड’ संस्थानों के रिपोर्टर्स या पत्रकारों को ही रिस्पांस देते हैं।
अब वे एक बार फिर ‘निशाने’ पर हैं। उन पर भ्रष्टाचार संबंधी गंभीर आरोप लगे हैं। ये आरोप उनके सिवनी जिला पंचायत सीईओ रहते उनकी कार्यप्रणाली को लेकर लगे हैं।
इन आरोपों में उनके साथ तत्कालीन जनपद पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार का नाम भी जोड़ा जा रहा है। मामला सिवी के साथ छिंदवाड़ा में भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
यह है मामला
जिला पंचायत सीईओ पार्थ जैसवाल पर लगाए आरोपों के तहत बताया गया है कि जब वे सिवनी में पदस्थ थे तब पीएम आवास योजना के तहत निरीक्षण के लिए योजना के मद से एक स्कार्पियो वाहन एमपी 22 सीए 7543 खरीदा गया था।
उक्त वाहन को निजी कार्य में उपयोग किया गया और लॉग बुक में निरीक्षण करना दर्शाया गया। यह वाहन तकरीबन दो वर्षों तक निजी कार्य से बालाघाट आता जाता रहा और लॉग बुक में पीएम आवास योजना के निरीक्षण स्थलों की फर्जी जानकारी भरी जाती रही।
इसके साथ ही इस वाहन से जुड़ कुछ फर्जी भुगतान भी किए गए हैं। इस मामले में शिकायतकर्ता ने दस्तावेजों के साथ प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, पंचायत विकास मंत्री, लोकायुक्त और ईओडब्लू को भी शिकायत की है।