विकास को आइना दिखा रहा मोरूनढाना : जान जोखिम में डालकर नदी पार करना पड़ता है तब मिल पाता है पीने का पानी
Water Problem : अक्षर भास्कर, अमरवाड़ा। जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत दीघावानी के मोरून ढाना के ग्रामीणों को बारिश में भी पीने के पानी के लिए लगभग 2 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है।
उन्हें ग्राम ढोडाकुही जाना पड़ता है तब जाकर कहीं पीने का पानी नसीब होता है।
इतना ही नहीं दो किलोमीटर का ये सफर जान जोखिम में डालकर करना पड़ता है।
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ग्रामीणों को ग्राम ढेडाकुही जाने के लिए एक नदी पार कर कच्चे और फिसलन भरे रास्ते से जाना पड़ता है।
बारिश के दौरान नदी में पूर आ जाने या बहाव तेज हो जाने के कारण कई बार ग्रामीणों को या तो घंटों इंतजार करना पड़ता है या फिर उसी स्थिति में नदी पार करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि हालात ये हैं कि उनके गांव के अधिकांश युवाओं की शादी नहीं हो पा रही है क्योंकि गांव में पानी की विकराल समस्या है।
इसकी वजह से कोई भी अपनी लड़की देने को तैयार नहीं है और यह गांव की एक बड़ी समस्या बनती जा रही है।
गड्ढा खोदकर निकालते हैं पानी
ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के दिनों में काफी परेशानी हो जाती है, बार-बार नदी में पानी का बहाव तेज हो जाता है जिसके कारण वे दूसरी ओर नहीं जा पाते और पीने का पानी नसीब नहीं हो पता है।
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गांव में ही गड्ढा खोदकर बारिश का पानी एकत्रित किया जाता है और उसे पीने योग्य बनाया जाता है जिससे संक्रमित बीमारियां होने का भी डर निरंतर बना रहता है।
जब गांव की महिलाएं और बच्चे अपने सिर पर पानी की गुंडी और कुप्पी रखकर लाते हैं तो इस दौरान गांव के कुछ लोग नदी में खड़े हो जाते हैं ताकि उन्हें नदी आसानी से पार कराई जा सके।
उसके बावजूद भी संबंधित जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और संबंधित अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि अभी हाल ही में संपन्न हुए उप चुनाव के बाद विभाग ने बोर करने की बात कही थी और पॉइंट भी बना दिया था लेकिन अभी तक उनके द्वारा बोर नहीं किया गया है।
अधिकारियों ने नहीं दिया ध्यान!
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन उनके द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया गया। ये आश्वासन अब तक पूरे नहीं हो पाए।
आजादी के बाद से ग्रामीण ऐसी ही व्यवस्था में जीवन यापन कर रहे हैं।