Corruption : सौंसर विधायक ने पीए और उसके परिजनों के खाते में डाल दिए 17 लाख!

भाजपा ने जमकर घेरा, इस्तीफे की मांग

Corruption पांढुर्णा/ सौंसर। भारतीय जनता पार्टी पांढुर्णा ने आज सौंसर से कांग्रेस विधायक विजय चौरे पर

गंभीर आरोप लगाए। ये आरोप विधायक की स्वेच्छानुदान निधि में किए गए भ्रष्टाचार को लेकर लगाए गए हैं।

पांढुर्णा भाजपा ने कागजों के आधार पर फिलहाल पत्रकार वार्ता कर मीडिया के सामने यह मामला रखा है।

अब आगे उचित फोरम पर मामले की शिकायत किए जाने और कार्रवाई की बात भाजपा ने की है।

खास बात ये रही कि भाजपा के दोनों जिलाध्यक्ष (छिंदवाड़ा-पांढुर्णा) इस पत्रकार वार्ता में मौजूद रहे।

यह है मामला

पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पांढुर्णा भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप मोहोड़, छिंदवाड़ा जिला अध्यक्ष शेषराव यादव,

प्रदेश प्रवक्ता अजय धवले, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र परमार, युवा नेता राहुल मोहोड़ ने बताया कि विधायक विजय चौरे

ने अपनी स्वेच्छानुदान निधि का दुरुपयोग करते हुए लाखों रुपए अपने निजी सहायक (पीए) चंद्रशेखर गणोरकर,

निज सहायक की पत्नी, भाई एवं परिवार के अन्य सदस्यों के खातों में नाम बदल-बदलकर आवंटित करवाए हैं।

इसके अलावा कई भुगतान आयकर दाता दुकानदारों के खाते में भी कराए हैं जो नियम विरुद्ध है।

विधायक ने सीमेंट, मोबाईल, खाद बीज से लेकर कई दुकानदारों को भुगतान किया है।

वहीं कुछ भुगतान मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र के अन्य जिलों के बैंक खातों में भी किया गया है।

भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि विधायक चौरे ने स्वेच्छानुदान निधि का उपयोग जनसेवा के बजाय

अपने निजी सहायक और उनके परिवार के सदस्यों को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए किया है।

ऐसे हुआ खुलासा

वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता एवं पूर्व उपसरपंच रामाकोना मुन्ना कलाम द्वारा सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त

जानकारी से यह खुलासा हुआ है कि 11 अप्रैल 2023 से 06 मार्च 2025 के बीच, विधायक विजय चौरे की

अनुशंसा पर उनके निज सहायक और उनके परिजनों को कुल 17.50 लाख रूपये की स्वेच्छानुदान राशि आवंटित की गई।

विधायक की अनुशंसा में यह दर्शाया गया था कि यह राशि चंद्रशेखर गणोरकर और उनके परिवार को गरीबी

के कारण दी गई है, जबकि यह एक सफेद झूठ है। भाजपा नेताओं ने कहा कि मौजूद दस्तावेजों के अनुसार,

चंद्रशेखर गणोरकर नगर पालिका परिषद, सौंसर में मस्टर रोल कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं और

उन्हें प्रतिमाह 11 हजार 721 रूपये का वेतन मिलता है। यह स्पष्ट रूप से प्रमाणित करता है कि विधायक ने

गरीबी का झूठा बहाना बनाकर जनता के पैसे का दुरुपयोग किया है। यह राशि कई अलग-अलग किश्तों में और

नामों को बदलकर दी गई, जिससे इस पूरे लेन-देन पर संदेह गहराता है। इतनी कम अवधि में चंद्रशेखर गणोरकर के

नाम पर 18 बार में 4 लाख चंद्रशेखर अशोक (नाम बदलकर) 15 बार में 2.85 लाख, नीलिमा चंद्रशेखर के नाम पर

15 बार में 2.65 लाख नीलिमा गणोरकर (नाम बदलकर) 26 बार में 4.80 लाख अनिल गणोरकर के नाम पर 22 बार

में 3.20 लाख इस प्रकार कुल 17.50 लाख का फर्जीवाड़ा किया।

इस्तीफे की मांग

पांढुर्णा भाजपा के नेताओं ने विधायक विजय चौरे के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि दस्तावेजी तथ्यों के

आधार पर स्पष्ट रूप से यह पूरा प्रकरण एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि का भ्रष्ट आचरण है, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम

1988, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 एवं भारतीय न्याय संहिता 2023 तथा अन्य प्रचलित कानूनों के

प्रावधानों के तहत यह एक दंडनीय अपराध है। इस मामले में भाजपा ने उच्च न्यायालय, लोकायुक्त, पुलिस विभाग

सहित सभी उचित मंचों पर शिकायतें दर्ज करने की तैयारी कर ली है।

ये भी रहे मौजूद

पत्रकार वार्ता का संचालन जिला उपाध्यक्ष सदन साहू ने किया। इस अवसर पर छिंदवाड़ा जिला महामंत्री विजय पांडे,

पांढुर्णा जिला महामंत्री देवेंद्र गायकवाड़, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष रामकृष्ण वाकोडे, नगर पालिका अध्यक्ष

श्रीमती सुरेखा इंदरचंद डागा, वरिष्ठ नेता हरीश बत्रा, मुन्ना कलाम, मंडल अध्यक्ष दर्शन झाड़े,

प्रभाकर बोबडे, सदानंद डोंगरे नामदेव पाल भी मौजूद रहे।

Read More…Exaction : टैक्स असुर का दहन, कर बढ़ोत्तरी वापसी की मांग

Read More…Campaign : महिलाओं का स्वास्थ्य देश के विकास की आधारशिला : राकेश सिंह

Spread The News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *