कलेक्टर बोले रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
Kidney Failure : छिंदवाड़ा। परासिया में किडनी फेलियर से बच्चों की मौत के मामले में आईसीएमआर की टीम ने
जांच शुरू कर दी है। परिजनों के मुताबिक, बच्चों को पहले बुखार और जुकाम हुआ, फिर किडनी में इंफेक्शन।
निजी अस्पतालों में भर्ती कराने के बाद भी हालत बिगड़ती गई। नागपुर में इलाज कराया लेकिन तीन बच्चों की
जान चली गई। भोपाल से स्वास्थ्य विभाग की टीम भी परासिया में डेरा डाले हुए है।
टीम ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया, पीडि़तों के परिवारों से मिली और जानकारी जुटाई।
कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने भी टीम के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। अब जांच रिपोर्ट का इंतजार है।
रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई : कलेक्टर
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने बताया कि अचानक किडनी इंफेक्शन से बच्चों की मौत चिंता का विषय है।
इसके लिए जिला प्रशासन ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से संपर्क किया है।
दिल्ली की टीम रिसर्च कर बच्चों की मौत के कारणों का पता लगाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे,
उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। अगर निजी अस्पताल भी इसके लिए जिम्मेदार माने जाते हैं,
तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
बच्चों के सैंपल किए जा रहे इकट्ठा
परासिया सिविल अस्पताल के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अंकित सहलाम ने बताया कि सर्दी, जुकाम और
बुखार की शिकायत के बाद कुछ बच्चों का निजी अस्पताल में इलाज कराया गया था।
अचानक किडनी की समस्या आने लगी। बच्चों को छिंदवाड़ा और नागपुर रेफर किया गया तो
पता चला कि किडनी में इंफेक्शन हो गया है। तीन बच्चों की मौत हो चुकी है।
कुछ बच्चों का इलाज अभी भी जारी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार इलाकों का दौरा कर
5 साल तक के बच्चों के सैंपल कलेक्ट कर रही है। जांच के बाद ही कारणों का पता चल पाएगा।
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