MP BJP Politics : निगम-मंडलों की नियुक्ति सूची में दीपक सक्सेना का नाम !

बिहार चुनाव की वोटिंग के बाद हो सकती है घोषणा

MP BJP Politics : छिंदवाड़ा/भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना जल्द ही किसी निगम, मंडल या

प्राधिकरण के अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे नजर आ सकते हैं। भाजपा उन्हें नई जिम्मेदारी सौंप सकती है।

भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सत्ताधारी संगठन के मुखिया हेमंत खंडेलवाल ने निगम, मंडल, प्रधिकरणों

में नियुक्तियों के लिए जो सूची तैयार की है उसमें छिंदवाड़ा से दीपक सक्सेना का नाम भी है।

बताया जाता है कि इस सूची में फिलहाल 20 नाम शामिल किए गए हैं। यह तय नहीं है कि किसे

कौन से निगम मंडल में स्थान मिलेगा।

कांग्रेस के चुनावी मैनेजमेंट की काट

सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना का उपयोग छिंदवाड़ा विधानसभा में

बेहतर तरीके से किया जा सकता है। उन्हें कांग्रेस और कमलनाथ के चुनावी मैनेजमेंट की पूरी जानकारी है।

भाजपा यदि कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में हराना चाहती है तो दीपक सक्सेना इसमें खासी रणनीतिक भूमिका

निभा सकते हैं। पुराने नेता होने के कारण उनके समर्थक विधानसभा के लगभग हर गांव में हैं।

इसके अलावा दीपक सक्सेना भी अब भाजपा के रंग में रंगे नजर आने लगे हैं। वे पार्टी की रीति नीतियों

को लेकर भी कार्यक्रमों में चर्चा करते सुने जा सकते हैं।

इनमें होनी है नियुक्तियां

जिनमें राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं उनमें मेला प्राधिकरण, राज्य नीति एवं योजना आयोग,

सामान्य निर्धन कल्याण आयोग, सीआइएसपी, वेयर हाउसिंग एंड लॉजिस्टिक कार्पोरेशन,

स्टेट सिविल सप्लाई कार्पाेरेशन, खनिज विकास निगम, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, लघु उद्योग,

राज्य बीज निगम, राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल विकास प्राधिकरण, वन विकास निगम लिमिटेड जैसे

कई निगम, मंडल, बोर्ड, आयोग और प्राधिकरण शामिल हैं।

ये नेता भी सक्रिय

विजयपुर से छठी बार विधायक रामनिवास रावत भी निगम मंडल में कुर्सी पाने सक्रिय हैं।

वे लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।

वे वन मंत्री रहते हुए उप चुनाव हार गए थे। सिंधिया समर्थक इमरती देवी कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे से चुनाव हार गईं थीं।

उन्हें भी उम्मीद है कि भाजपा उन्हें निगम मंडल में नई जिम्मेदारी देगी।

इनके अलावा केपी यादव, उमाशंकर गुप्ता, कमल पटेल, अरविंद भदौरिया, अंचल सोनकर, यशपाल सिसोदिया,

दिलीप शेखावत सहित अन्य नेताओं को भी पार्टी मौका दे सकती है।

प्रदेश के कुछ पूर्व जिलाध्यक्ष (हाल ही में पदमुक्त) के नामों पर भी विचार किया जा रहा है।

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