चेन्नई में पांड्या केमिकल्स के नाम पर चला रहा था फर्म
Action : छिंदवाड़ा। जहरीले कफ सिरप के सेवन से जिले के 22 मासूम बच्चों की मौत के मामले में
एसआईटी ने आठवीं गिरफ्तारी की है। श्रीसन फार्मा को केमिकल सप्लाई करने वाले चेन्नई के
पांड्या केमिकल्स के संचालक 45 वर्षीय शैलेष पांड्या को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है।
गुरुवार को आरोपी को एसआईटी ने परासिया न्यायालय में पेश कर तीन दिनों की रिमांड ली है।
कोल्ड्रिफ कफ सिरप में डाय एथलीन ग्लाइकोल की मात्रा क्षमता से अधिक होने की वजह से
बच्चों की किडनी फेल हुई थी। जांच रिपोर्ट में यह खुलासा होने के बाद एसआईटी ने मामला दर्ज कर
आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू की थी। जांच में सामने आया कि श्रीसन फार्मा को उक्त केमिकल
शैलेष पांड्या ने सप्लाई किया था। इस केमिकल का टेक्निकल ग्रेड खराब था, किन्तु
न ही सप्लाई के दौरान केमिकल की जांच की गई और न ही कफ सिरप निर्माण के दौरान
केमिकल टेस्ट कराया गया। इसी वजह से सर्दी-खांसी में आराम देने वाला कफ सिरप
बच्चों के लिए जहर बन गया। एसआईटी ने इस मामले में शैलेष को सहआरोपी बनाया है और

उसे गिरफ्तार किया है। शैलेष को तीन दिनों की रिमांड पर लेकर केमिकल की खरीदी- बिक्री,
क्वालिटी की जांच संबंधित पूछताछ की जाएगी। जहरीले कफ सिरप मामले में इसके पहले श्रीसन फार्मा
के संचालक रंगनाथन, केमिकल एनॉलिस्ट के. माहेश्वरी, परासिया के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी,
दो मेडिकल स्टोर संचालक राजेश सोनी और सौरभ जैन, छिंदवाड़ा के एमआर सतीष वर्मा और
मेडिकल संचालक ज्योति सोनी की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस अब तक सभी आरोपियों को
बारी-बारी रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है।
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