सीएम ने दिलाई सदस्यता; बोले- कांग्रेस की वर्तमान लोकल व्यवस्था में खुद को फिट नहीं पा रहा था
Loksabha Election 2024 : छिंदवाड़ा। आखिरकार कमलनाथ के खास और पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने कमलनाथ का 44 वर्ष पुराना साथ छोड़कर कमल दल की सदस्यता ले ली।
उन्होंने शुक्रवार रात को भोपाल स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में अपने समर्थकों के साथ भाजपा ज्वाइन की। सीएम डॉ. मोहन यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
दीपक सक्सेना ने कहा कि भाजपा की नीतियां, मोदी जी का काम, अमित शाह और मोहन यादव के काम, भाजपा जो विकास कर रही है, उससे प्रभावित होकर भाजपा में आया हूं।
कमलनाथ को लेकर दीपक सक्सेना ने कहा कि मैं 44 साल से कमलनाथ का सिपाही रहा हूं, न उनसे कोई नाराजगी है, न ही उनके सम्मान में कोई कमी है।
अभी जो व्यवस्था वहां लोकल में चल रही है। उसमें मैं अपने आप को फिट नहीं पाता हूं।
सीएम बोले- दीपक जहां जलता है, अंधेरा वहां हटता है
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि दीपक जहां जलता है, अंधेरा वहां हटता है। कहा जाता था कि छिंदवाड़ा हमारी वजह से चलता है, लेकिन मैं बधाई देना चाहूंगा दीपक जी, महापौर और कमलेश शाह को जिन्होंने छिंदवाड़ा का गौरव बढ़ाया।
लोकतंत्र को अपमानित करने का काम छिंदवाड़ा में हुआ है। सीएम ने कहा कि इन्होंने मौके पर अपनी सीट छोड़ दी, लेकिन उन्होंने मौका आने पर अपने बेटे को सीट दे दी।
ऐसे उल्टे काम करने वालों को सीधा करना मोदी जी को आता है। मोदी जी जो कहते हैं, करते हैं। आज हमको कहां से कहां उठाकर मंत्री-मुख्यमंत्री बनाया। यहां योग्यता को अहमियत दी जाती है।
आपका पूरा मान सम्मान भाजपा में रखा जाएगा।
पुत्र अजय ने 22 मार्च को की थी भाजपा ज्वाइन
दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना 22 मार्च को भाजपा में शामिल हुए थे।
इसी दिन पिता दीपक सक्सेना ने कांग्रेस में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। तब से ही माना जा रहा था कि वे भी भाजपा में जा सकते हैं। दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना ने कहा कि यह आत्मसम्मान की लड़ाई है।
6 साल से छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस दिशाहीन होती जा रही है।
पिता ने 45 साल कमलनाथ की सेवा की। कमलनाथ हमारे लिए सर्वमान्य थे, हैं और रहेंगे, मेरे लिए वे पिता तुल्य हैं, लेकिन 6 साल से पिता का अपमान हो रहा है, कार्यकर्ताओं को उपेक्षित रखा जा रहा है, इसी कारण यह कदम उठाना पड़ रहा है।
दीपक के आवास पर आए थे सीएम 26 मार्च को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी छिंदवाड़ा आकर दीपक सक्सेना से मुलाकात की थी।
3 दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी दीपक सक्सेना से मिलने उनके आवास पहुंचे थे। दोनों में बंद कमरे में 15 मिनट चर्चा हुई थी।
कमलनाथ के लिए छोड़ दिया था विधायक पद दीपक सक्सेना पूर्व सीएम कमलनाथ के सबसे विश्वासनीय माने जाते रहे हैं। वे 4 बार कांग्रेस से विधायक रहे।
कुल 7 बार उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा। दिग्विजय सरकार में 2 बार मंत्री रहे। 2018 में उन्होंने छिंदवाड़ा सीट से विधानसभा चुनाव जीता था। कमलनाथ के लिए उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
बाद में हुए उपचुनाव में कमलनाथ छिंदवाड़ा से जीतकर मुख्यमंत्री पद पर बने रहे थे। कमलनाथ सरकार में प्रोटेम स्पीकर रहे। कॉपरेटिव बैंक के दो दशक चेयरमैन भी रह चुके हैं।
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