ग्राम निमनी में 10 रुपए इकट्ठा कर पहली बार की गई थी स्थापना
Pandhurna News : सौंसर। विकासखंड के ग्राम निमनी में नवरात्र का अपना अलग महत्व है।
यहां वर्ष 1960 से लगातार मां शेरावाली की स्थापना की जा रही है।
यहां माता की प्रतिमा स्थापना की शुरूआत का रोचक किस्सा है।
सन 1960 में विषम परिस्थिति होने पर भी नवरात्रि में ग्रामवासियों ने एक मत होकर एक समिति बनाई।
इसमें नत्थु बोडे, कृष्णा भोयर, संतोष भोयर, मुका लांजेवार, रामचंद्र सोनटक्के, गुलाब सोनटक्के, श्यामराव वाघ, मारोतराव वडोले, दशरथ तेली शामिल थे।
इस समिति ने मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापना करने के लिए 10 रुपये जमा कर नवरात्रि में मां शेरावाली की स्थापना दशरथजी तेली जी के घर के सामने की।
एक छोटा सा पंडाल लगाया गया और दशरथ जी को ही सर्वसम्मति से पुजारी बनाया गया।
इस नवरात्रि उत्सव में समस्त ग्रामवासियों ने न सिर्फ बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया बल्कि हर कार्य में वे शामिल हुए।
तब से लेकर इस वर्ष 2024 तक 64 वर्ष हो गए, ग्राम निमनी में मां शेरावाली की प्रतिमा हर शारदेय नवरात्र में स्थापित की जाती है।
एक ही प्रतिमा
इस गांव की एक और सोच है। वो यह है कि पूरे गांव में सिर्फ एक ही प्रतिमा स्थापित की जाती है।
इसके पीछे ग्रामवासियों का तर्क है कि इससे सभी एक ही स्थान पर एकजुट होते हैं।
अगर अलग-अलग प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं तो उसमें ग्रामवासी भी बंट जाएंगे।
इससे एक गांव-एक परिवार का संदेश दिया जाना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है।
Read More…Chhindwara News : भवन का लोकार्पण हुआ नहीं, तोड़कर नया बनाने की तैयारी
Read More…Chhindwara News : एंबुलेंस स्टाफ का अजीब तर्क; मरीज की लम्बाई ज्यादा, नहीं ले जा सकते!