Public Discussion : सस्पेंडेड टीआई अब भी केवलारी थाने में कर रहे पुरानी वसूली !

थाने में चाय वालों को भी नहीं मिलता उनके ‘हक’ का पैसा

Public Discussion : केवलारी। सिवनी जिले के केवलारी थाना प्रभारी शिवशंकर रामटेके को भ्रष्टाचार से जुड़े

एक मामले में हाल ही में सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई प्रधान आरक्षक मनीष पटवा के

रिश्वतखोरी मामले में उनके संदिग्ध आचरण को लेकर की गई है। अब खबर ये है कि सस्पेंडेड टीआई का

थाने से मोह अब भी खत्म नहीं हुआ है। सूत्र बताते हैं कि वे अब भी अपनी पुरानी ‘वसूली’ में लगे हुए हैं।

उनके रहते थाने के हालात ये थे कि थाने में चाय वालों को भी उनके ‘हक’ का पैसा नहीं दिया जाता था।

क्षेत्रवासियों ने सिवनी एसपी से मामले में कार्रवाई की मांग की है।

इसलिए किए गए सस्पेंड

जबलपुर लोकायुक्त इकाई की टीम ने 16 अक्टूबर को केवलारी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक मनीष पटवा

को 75 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। मामला नगर परिषद केवलारी में सीसी रोड और

नाली निर्माण के ठेके से जुड़ा है। ठेकेदार नितिन पाटकर ने यह काम पेटी ठेकेदार राहुल राय को सौंपा था।

राहुल राय पर घटिया काम कर धोखाधड़ी करने का आरोप है, जिसके बाद नितिन पाटकर ने

राहुल राय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए केवलारी थाने में आवेदन दिया था।

एफआईआर दर्ज करने के एवज में प्रधान आरक्षक मनीष पटवा ने नितिन पाटकर से 5 लाख रुपए की मांग की थी।

नितिन पाटकर ने इतनी राशि देने में असमर्थता जताई, जिसके बाद 1 लाख रुपए पर सहमति बनी थी।

लोकायुक्त टीम ने प्रधान आरक्षक मनीष कुमार पटवा (49 वर्ष) के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम

1988 (संशोधन) 2018 की धारा-7, 13 (1) डी और 13 (2) के तहत कार्रवाई की थी।

इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जबलपुर जोन के आईजी प्रमोद वर्मा ने केवलारी टीआई

शिवशंकर रामटेके को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश में कहा गया है कि

निरीक्षक शिवशंकर रामटेके को उनके संदिग्ध आचरण के लिए निलंबित किया गया है।

उन्हें पुलिस लाइन सिवनी में अटैच किया गया है।

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