रेलमंत्री, सांसद और डीआरएम से केवलारी जागरूक नागरिक मंच ने की मांग
Demand : केवलारी। केन्द्र सरकार की विकसित भारत की सोच के चलते लगभग 125 वर्षों के बाद
आदिवासी लोकसभा क्षेत्र मंडला-सिवनी की आमजनता के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य
छोटी रेल लाईन नेरोगेज ट्रेन से ब्राडगेज रेल परिवर्तन हो पाया है। तब से यह क्षेत्र विकास की मुख्यधारा में
शामिल होने कसरत कर रहा है। क्षेत्र की जनता अब रेल सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की मांग कर रही है।
केवलारी रेलवे स्टेशन में रीवा इतवारी एक्सप्रेस का 2 मिनिट का स्टापेज के साथ ही केवलारी रेलवे स्टेशन
के प्लेटफार्म की लंबाई और ऊंचाई भी बढ़ाया जाना अत्यधिक जरुरी है, क्योंकि एक्सप्रेस ट्रेन के स्टापेज
के समय बूढ़े, बुजुर्गों, दिव्यांग, बीमार लोगों को प्लेटफार्म की ऊंचाई कम होने से रेल डिब्बों में
चढऩे में बहुत अधिक परेशानीयों का सामना करना पड़ता है। साथ ही लंबी एक्सप्रेस ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर
रुकने में जनरल बोगी एवं दिव्यांग बोगी प्लेटफॉर्म से बाहर खड़ी होने से रेल यात्रियों को भारी परेशानियों
का सामना करना पड़ता हैं। एक्सप्रेस ट्रेनों के समय प्लेटफार्म पर बोगी क्रमांक के लिए डिसप्ले
खम्बे लगाये जाएं, ताकि 2 मिनिट के स्टापेज में यात्रियों को अपनी आरक्षित श्रेणी की बोगी ढूंढऩे में
परेशानियों से छुटकारा मिल पायेगा। इसके साथ ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के केवलारी स्टेशन के साथ ही
आदिवासी बहुल क्षेत्र घंसौर में शहडोल नागपुर ट्रेन एवं ग्वारीघाट रेलवे स्टेशन में सभी एक्सप्रेस ट्रेन का
स्टॉपेज देने से रेल यात्रियों के साथ ही रेलवे की राजस्व में बढ़ोत्तरी भी होगी। वैसे भी इन क्षेत्रों के लोग
मुख्यत: रोजी रोटी कमाने के लिए इन्दौर,भोपाल, नागपुर, जबलपुर, कटनी, रीवा, सतना, शहडोल जैसे
महानगरों की ओर जाते है। रेलवे को यात्रियों की सुविधाओं एवं रेलवे की राजस्व आय, इन्कम बढ़ाने के लिए,
केवलारी, घंसौर, ग्वारीघाट जैसे रेलवे स्टेशनों में सुविधाओं का विस्तार करना पड़ेगा। ग्वारीघाट रेलवे स्टेशन
में सभी एक्सप्रेस ट्रेनों का 2 मिनट का स्टॉपेज से आवागमन की सुविधाएं बढ़ेंगी क्योंकि
इस स्टेशन में एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज न होने से लगभग सभी एक्सप्रेस ट्रेन मदन महल, जबलपुर
स्टेशन में प्लेटफार्म खाली होने के इन्तज़ार में बेसमय कछपुरा रेलवे स्टेशन और गढ़ा रेलवे स्टेशन के बीच
में खड़ी हो जाती हैं। यहां से यात्रियों को जबलपुर महानगर जाने के लिए या अन्यत्र रेल ट्रेनों के कनेक्शन के लिए परेशान
होना पड़ता है। इन स्टेशनो के पास से किसी भी प्रकार के ऑटो,सहित अन्य वाहनों की सुविधा आवागमन के लिये
उपलब्ध नहीं हो पाती। और सुनसान जगह में 20 मिनट से लेकर आधा-एक घंटे तक ट्रेन यहां खाली रहती है।
जिससे लोगों के समय की बर्बादी होती है, साथ ही असुरक्षा की स्थिति उत्पन्न होती हैं। ऐसे में यदि ग्वारीघाट
रेलवे स्टेशन में इन्हीं ट्रेनों को 2 मिनट के लिए रोक दिया जाता हैं तो वहां से पूरे शहर के लिए साधन उपलब्ध हो
जाते हैं। बस स्टैंड, रेलवे बड़ी स्टेशन जाने के लिए यहां से आवागमन की सुविधा सहज ही उपलब्ध हो जाती है।
ग्वारीघाट स्टेशन में 2 मिनट का स्टापेज देने से स्टेशन के साथ-साथ रेलवे की भी राजस्व आय में बढ़ोतरी होगी।
केवलारी जागरूक नागरिक मंच के सुधीर पाण्डे सांसद प्रतिनिधि रमाशंकर महोबिया, हाजी रफीक खान,
मनीष जैन, राकेश आत्मपूज्य, पवन यादव, राजू मेहरा, बब्लू खान, स्वप्निल उपाध्याय, चिंटू कौशल के साथ ही
सैकड़ों गांवो की जनता, समाजसेवियों, व्यापारी वर्ग, गरीब मजदूर जनता, रोज अप डाउन करने वाले लोगों,
छात्र-छात्राओं ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के डीआरएम दीपक कुमार गुप्ता से
उपरोक्त मांगो को स्वीकार करके केवलारी स्टेशन सहित अन्य स्टेशनों में रेल यात्री सुविधाएं बढ़ाने का अनुरोध किया है।
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