सभापति बोले- भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठाए तो विनोद मालवीय को लगी ‘मिर्ची’
Arbitrary : छिंदवाड़ा। परासिया नगर पालिका अध्यक्ष विनोद मालवीय ने गुरूवार को अचानक
दो सभापति को पद से हटा दिया। इसके पीछे का कोई आधिकारिक कारण तो तत्काल सामने नहीं आया
लेकिन बताया जा रहा है कि दोनों सभापति ने विनोद मालवीय की भ्रष्ट कार्यप्रणाली के खिलाफ आवाज उठाई थी
जिसके चलते उन्हें अब यह सब झेलना पड़ रहा है।
कुल मिलाकर कहा गया कि विनोद मालवीय को दोनों सभापति के सवालों ने इतनी ‘मिर्ची’ लगी कि उन्होने इस प्रकार ‘रि’ एक्शन दे दिया।
यह है मामला…
प्राप्त जानकारी के अनुसार 24 मार्च 2023 को परिषद की सामान्य बैठक में प्रस्ताव रखा गया था कि
जिस विभाग के कार्य का भुगतान ठेकेदारों को किया जाता है उस विभाग के सभापति के
अनुमोदन के बिना ठेकेदारों को भुगतान न किया जाए।
इसके बावजूद नगर पालिका अध्यक्ष विनोद मालवीय सभापति के अनुमोदन के बिना ही भुगतान करवा देते थे।
इससे सभी विभागों के सभापति में नाराजगी थी लेकिन जिन्होने आवाज उठा दी उन्हें ‘सूली’ पर लटका दिया गया।
खेल कमीशन का है…!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार परासिया नगर पालिका अध्यक्ष को 24 मार्च 2023 को परिषद की
सामान्य बैठक में पारित प्रस्ताव से अंदर ही अंदर भारी परेशानी हो रही थी।
सूत्रों पर यदि यकीन करें तो नगर पालिका अध्यक्ष 5 से 40 प्रतिशत तक कमीशन वसूलता है।
यह कमीशन काम के हिसाब से अलग-अलग दर पर वसूला जाता है।
जब परिषद की बैठक में यह तय हो गया कि बिना सभापति के अनुमोदन के किसी भी विभाग के ठेकेदार
को भुगतान नहीं किया जाएगा तो नगर पालिका अध्यक्ष विनोद मालवीय परेशान हो गए और
उन्होने बिना सभापति के अनुमोदन के ही भुगतान करवाना शुरू कर दिया।
इसका मतलब यह निकाला जाने लगा कि विानोद मालवीय कमीशन लेकर भुगतान करवा रहा है।
जब इसके विरोध में लोक निर्माण, उद्यान और विद्युत यांत्रिकी सभापति पवन सूर्यवंशी एवं
स्वास्थ्य एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग के सभापति आशीष जायसवाल ने आवाज उठाई तो उन्हें हटा दिया गया।


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