रामाकोना के ग्राम बिछवी में 6 और पीडि़त मिले
Chhindwara News : रामाकोना। ग्राम पंचायत रामाकोना के ग्राम बिछवी में चार दिन के अंतराल में दो लोगों की मौत के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है।
प्राथमिक तौर पर मौत का कारण दूषित पेयजल से फैले उल्टी दस्त का प्रकोप बताया जा रहा है।
सूचना पर गांव में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कुछ पीडि़तों की जांच की।
इस दौरान अन्य छह लोग भी पीडि़त मिले हैं।
उनका सौंसर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
एसडीएम सिद्धार्थ पटेल ने भी गांव में जाकर स्थिति का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों को जांच के आदेश दिए हैं।
अधिकारियों ने देखा कि गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है।
जानकारी के अनुसार चार दिन पूर्व वार्ड 19 निवासी गुलाब राजुके उम्र 70 वर्ष के मौत हुई थी।
मृतक के परिजनों का कहना है कि मौत उल्टी दस्त से हुई हैं।
मंगलवार को गांव में सुभद्रा कुंडलीक बोंदरे उम्र 60 वर्ष की भी उल्टी दस्त से मौत हुई है।
दो लोगो की मौत की खबर के बाद में गांव में दहशत का माहौल बन गया।
कुछ अन्य मरीज भी अस्पताल में उपचार करवा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गांव में दूषित पेयजल के उपयोग से संक्रमण फैलने के कारण उल्टी दस्त हो रही है।
जानकारी के अनुसार बोर के पानी का दूषित होना बताया जा रहा है।
ये छह लोग मिले पीडि़त
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार घर-घर जाकर जांच की गई।
जांच में छह मरीजों में उल्टी दस्त के लक्षण पाए गए।
इनमें मीरा राजुके 65 वर्ष, पायल शेंडे 10 वर्ष, चेतन शेंडे 12 वर्ष, रूद्र राजुके 2 वर्ष, दर्शन फरकसे 21 वर्ष, दुर्गा बोंद्रे 27 वर्ष शामिल हैं।
गांव में फैली है गंदगी
गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ। जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं।
पेयजल स्त्रोत में गंदगी फैली है।
नालियां साफ नहीं है।
ग्रामीणों ने पंचायत पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत द्वारा सफाई पर ध्यान नहीं देने से संक्रमण फैल रहा है।
दूषित पेयजल के संक्रमण और उसके उपयोग से उल्टी दस्त से मौत का कारण हो सकता है।
जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार जांच कर रही है।
अभी स्थिति नियंत्रण में है।
इनका कहना है
डॉ. योगेश शुक्ला
बीएमओ, सौंसर