‘संकट’ में सैकड़ों नौनिहालों की जान!

सरकारी नियमों को धता-बताकर अफसरों ने दे दी मान्यता

बच्चों की सुरक्षा से खुलेआम खिलवाड़

महेंद्र सूर्यवंशी, जुन्नारदेव। नगर के वार्ड क्रमांक 3 में स्थित उड़ान पब्लिक स्कूल में पढऩे वाले सैकड़ों नौनिहाल की जान पर कभी भी ‘संकट’ आ सकता है।

नियमों को धता-बताकर जिम्मेदार अफसरों ने स्कूल को मान्यता भी दे दी और स्कूल धड़ल्ले से सरकारी तंत्र का माखौल उड़ाते हुए संचालित किया जा रहा है।

दरअसल, जिस बिल्डिंग में यह स्कूल संचालित किया जा रहा है वह तीन मंजिला है। इसी बिल्डिंग में नीचे एक फर्नीचर फैक्ट्री भी है। बिल्डिंग के तीन तरफ से किसी प्रकार का इमरजेंसी एग्जिट नहीं है। चौथी ओर लगभग 10 फीट चौड़ी सड़क है जिससे स्कूल में पढऩे वाले बच्चों का आना जाना होता है।

यदि फर्नीचर फैक्ट्री में कोई गंभीर घटना-दुर्घटना होती है तो उसका खामियाजा स्कूल में पढऩे वाले नौनिहालों को भुगतना पड़ सकता है।

खेल मैदान भी नहीं

उड़ान पब्लिक स्कूल में खेल मैदान भी नहीं है। इससे यहां पढऩे वाले बच्चों को खेल गतिविधियों से जोड़ा नहीं जा सका है। मैदान के अभाव में स्कूल में खेल गतिविधियां शून्य हैं।

सड़क पर कार्यक्रम

खेल मैदान न होने की वजह से स्कूल के जितने भी कार्यक्रम होते हैं वह सड़क बंद कर किए जाते हैं। एक छोटी सी सकरी गली में स्कूल का संचालन किया जा रहा है। इतना ही नहीं छोटे-छोटे नन्हे बच्चों को तीन मंजिला बिल्डिंग में सीढिय़ों से ऊपर चढऩा पड़ता है।

हो चुकी शिकायत

उड़ान पब्लिक स्कूल की शिकायत अधिकारियों से कई बार की गई है लेकिन कोई भी उचित कार्रवाई न होने के कारण उड़ान पब्लिक स्कूल के संचालक स्कूल का संचालन कर रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक जिस तीन मंजिला इमारत में स्कूल लगाया जा रहा है वह भी नगर पालिका के नियमों को ताक पर रखकर बनाई गई है। सुरक्षा व्यवस्था को अनदेखा कर तीन मंजिला इमारत तैयार कर उसमें छोटे नन्हे बच्चों का स्कूल खोल दिया गया है।

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