Court’s Comment : ‘समाज की रक्षा और अपराधी को भयभीत करना न्यायालय का स्वीकार्य उद्देश्य’
नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आरोपी को 20 वर्ष का सश्रम कारावास सुनाने के बाद न्यायालय की टिप्पणी Court’s Comment : छिंदवाड़ा। समाज की रक्षा और अपराधी को भयभीत करना न्यायालय का स्वीकार्य उद्देश्य है। सजा समाज के अंत:करण को प्रतिबिंबित करती है। जघन्य अपराधी को सजा निश्चित करते समय उसके समाज पर प्रभाव…