चौरई में ठगी का बड़ा मामला, पुलिस का कहना- अब जांच शुरू करेंगे
Fraud : छिंदवाड़ा/चौरई। चौरई में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। क्रिप्टो करेंसी और
चैन सिस्टम के नाम पर रकम चार गुना करने का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से 25 करोड़ रुपए से
अधिक की धोखाधड़ी के आरोप कुछ लोगों पर लगाए गए हैं। इसमें सोचने वाला पहलू ये है कि जिन चार
लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी की शिकायत की गई है उनमें से एक जितेंद्र उर्फ संजय ठाकुर जो कि
स्थानीय रहवासी है उससे पुलिस ने पूछताछ तक करना जरूरी नहीं समझा। मामले में शेष आरोपी
अन्य प्रदेश के हैं जिससे वे पुलिस की पकड़ से बाहर हैं लेकिन जितेंद्र उर्फ संजय ठाकुर से पूछताछ
न किए जाने को लेकर पुलिस कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए गए हैं।
इस मामले में स्थानीय पुलिस का कहना है कि एसटीएफ जांच कर रही है, जितेंद्र उर्फ संजय ठाकुर के बयान
एसटीएफ ने लिए हैं। अब शिकायत मिलने पर स्थानीय पुलिस भी जांच करेगी।
यह है मामला

मामले को लेकर पीडि़त अवनीत गंगवाल, डॉ. अनिल वर्मा, दामोदर पाल, प्रदीप शर्मा, नीरज शर्मा, सुदीप जैन
आदि ने पत्रकार वार्ता कर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि नगर के कई बड़े चेहरों ने अपनी जमीनें बेचकर
और सालों की जमा पूंजी धोखेबाजों के हाथ में सौंप दी। कुछ दिन कंपनी ने लोगों को अच्छी खासी रकम
रिटर्न में भी दी, लेकिन इसके बाद जयपुर निवासी कंपनी संचालक प्रकाशचंद जैन दुबई फरार हो गया है।
ऐसे में पीडि़त आवेदक अब न्याय पाने के लिए भटक रहे हैं। उनके द्वारा आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।
चौरई के अवनीत गंगवाल, प्रदीप शर्मा, नीरज शर्मा समेत अन्य आवेदकों ने एसपी अजय पांडे और
सांसद विवेक बंटी साहू को लिखित शिकायत की है।
ऐसे दिया लालच
ठगी के शिकार पीडि़तों ने बताया कि जयपुर की डीजी मुद्रा कनेक्ट, एमवीसी ग्रुप द्वारा नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र से
करोड़ों रुपए ठग लिए गए हैं। कंपनी ने क्षेत्र के लोगों को रकम इन्वेस्ट करने पर एक वर्ष में 4 गुना रकम
वापिस करने का आश्वासन दिया था। कुछ दिन तक लोगों को रकम भी दी गई। उनके खाते में हर सप्ताह रुपए भेजे गए।
इसके बाद कंपनी द्वारा सीटों के नाम से डिजिटल करेंसी को लांच किया गया। जिसका रेट 80 रुपए तक रखा गया।
कंपनी ने सभी से यहां इंवेस्ट कराया था। इसमें मुख्य भूमिका चांद रोड चर्च कंपाउंड निवासी जितेंदग उर्फ संजय ठाकुर
ने निभाई। लोकल का व्यक्ति होने के कारण लोगों ने उसके कहने पर बड़ी रकम निवेश कर दी।
कुछ दिन सब कुछ ठीक चलने के बाद कंपनी ने रिटर्न ही बंद कर दिया। अब कंपनी का एप भी बंद है और
लोगों को रिटर्न भी नहीं मिल रहा है।
एसटीएफ कर रही हैं जांच
पीडि़तों ने बताया कि कंपनी ने नर्मदापुरम जिले में भी ऐसा ही फर्जीवाड़ा किया है।
भोपाल एसटीएफ ने आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 3/2024 दर्ज किया है। टीम मामले की जांच कर रही है।
आवेदक अब छिंदवाड़ा जिले में भी प्रकरण दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।
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