मामला 2 करोड़ 70 लाख रुपए के काम को लेकर हंगामे का
Kanafoosee : छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा। कहते हैं राजनीति में जो हो वो कम है।
नेता अपनी स्वार्थ सिद्धी के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
फिर चाहे सिद्धांतों को ताक रखना पड़े या फिर पार्टी की गरिमा को।
ऐसा ही एक मामला हाल ही में देखने को मिला।
नगर पालिक निगम के परिषद सम्मेलन में ट्रांसपोर्ट नगर के बिना टेंडर लेवलिंग
के काम को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इस हंगामे में खास बात ये रही कि विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष ने भी
निगम अधिकारियों को इस मामले में जमकर घेरा।
अधिकारी तो बैकफुट पर नजर आए ही लेकिन इस मामले में भाजपा के एक पार्षद का व्यवहार भी
निगम के गलियारों में कानाफूसी का कारण बन गया है।
दरअसल ये भाजपा पार्षद बिना टेंडर 2 करोड़ 70 लाख रुपए के काम को लेकर कांग्रेस के राग में राग मिला रहे थे।
विपक्ष ने मांग की- बिना टेंडर काम नहीं करवाया जाए, तो भाजपा पार्षद ने इसमें
अब तक किए गए कार्य का भुगतान रोकने की भी मांग जोड़ दी।
इस मुद्दे पर वे कांग्रेस का पूरा साथ देते नजर आए।
दरअसल भाजपा पार्षद यह काम खुद लेना चाह रहे थे लेकिन अधिकारियों ने बिना टेंडर और
उनकी जानकारी के ही लेवलिंग का काम शुरू करवा दिया।
इससे वे इतने उखड़ गए कि विपक्ष का साथ देने पर उतारू हो गए और अपनी ही ‘सरकार’ के नुमाइंदों को
कटघरे में खड़ा करने विपक्ष का साथ देने से नहीं चूके।
बहरहाल कहने वाले तो ये भी कह रहे हैं कि बात यहां सही गलत की भी समझ नहीं आ रही है क्योंकि
यदि वे सही गलत का ख्याल रखते तो जनता की जेब पर बढ़े टैक्स का बोझ कम करने वाले मुद्दे पर भी बोलते।
लेकिन उन्होने बात रखी सिर्फ ‘2 करोड़ 70 लाख रुपए’ पर।
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