मामले में पुलिस ने महिला सहित एक और को बनाया आरोपी
Complaint : छिंदवाड़ा। परासिया पुलिस ने एक मामले में परासिया नगर पालिका अध्यक्ष विनोद मालवीय के
विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किया है। यह प्रकरण 25 अप्रैल की शाम 6 बजकर 22 मिनट पर दर्ज किया गया है।
मामले में दो और आरोपी बनाए गए हैं जिनमें एक महिला भी शामिल है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दूसरे आरोपी का नाम रिंकू घोरके है।
महिला समेत तीनों आरोपियों के विरुद्ध बीएनएस की धारा 296, 352, 61(2) और सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन)
अधिनियम 2000 की धारा 67 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
क्या है मामला
सूत्र बताते हैं कि परासिया नगर पालिका अध्यक्ष विनोद मालवीय, रिंकू घोरके और एक महिला ने
शिकायतकर्ता भाजपा के जिला मंत्री अनुज पाटकर के परिवार से संबंधित महिलाओं की आपस की
बातचीत का कोई ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था।
पुलिस ने शिकायत के बाद मामले की जांच की और माना कि शिकायतकर्ता और उसके परिवार को
बदनाम करने की नीयत से यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था।
इसमें आरोपी महिला ने ऑडियो विनोद और रिंकू को उपलब्ध करवाने में भूमिका निभाई।
इस ऑडियो के साथ ही विनोद और रिंकू ने सोशल मीडिया पर लोगों को इसे सुनने के लिए उकसाया और भद्दे कमेंट्स लिखे।
शिकायतकर्ता ने कमेंट्स के स्क्रीनशॉट भी पुलिस को उपलब्ध करवाए हैं।
जासूसी करवाने के लग चुके आरोप
परासिया नगर पालिका अध्यक्ष विनोद मालवीय पर भाजपा जिला मंत्री अनुज पाटकर की जासूसी करवाने
के आरोप पहले भी लग चुके हैं। इस मामले में विनोद मालवीय के साथ भाजपा जिला महामंत्री परमजीत विज
भी आरोपों के दायरे में हैं। अनुज पाटकर के ड्रायवर दुर्गेश ने इस संबंध में परासिया थाने में लिखित शिकायत भी की थी
जिसमें उसने बताया था कि परमजीत और विनोद ने उसे नगर पालिका में सरकारी नौकरी देने का लालच देकर
अनुज पाटकर की जासूसी करने के लिए कहा था।
इस मामले में राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने किसी प्रकार का मामला दर्ज नहीं किया था।
इसके बाद दुर्गेश ने न्यायालय में परिवाद दायर किया है जो लंबित है।
अब इस ऑडियो के लीक होने के बाद दुर्गेश की शिकायत को भी बल मिल गया है क्योंकि घर की
महिलाओं की बातचीत का ऑडिया बिना किसी ‘जासूस’ के बाहर कैसे आ सकता है।
भाजपा की छवि हो रही डैमेज!

परासिया नगर पालिका अध्यक्ष विनोद मालवीय किसी न किसी कारण से लगातार विवादों में बने हुए हैं।
पार्टी पदाधिकारियों का मानना है कि इनकी करतूतों के कारण कोयलांचल में सत्तारूढ़ भाजपा की छवि डैमेज हो रही है।
इसका असर अभी भले ही समझ न आए लेकिन चुनावों में विनोद मालवीय से जुड़े मामले विपक्ष
को संजीवनी देने का काम करेंगे।
पार्टी करेगी कार्रवाई ?

इस एफआईआर के बाद सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या पार्टी अब विनोद मालवीय के विरुद्ध कोई एक्शन लेगी।
हमेशा से ही रीति-नीति के रास्ते पर चलने का दंभ भरने वाली भाजपा के कार्यकर्ताओं की नजर अब पार्टी पदाधिकारियों पर टिकी हुई है।
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