क्षेत्रवासियों का घर से निकलना दूभर, निगम मौन
Public Problem : छिंदवाड़ा। नगर निगम के हाल अब ये हो गए हैं कि कुछ करे तो परेशानी और न करे तो ज्यादा परेशानी।
सीवरेज कंपनी के दिए ‘घाव’ अभी सूखे भी नहीं हैं कि बारिश ने उन घावों पर नमक छिड़कने का काम शुरू कर दिया है।
मामला कुकड़ा जगत की मुख्य सड़क से जुड़ा है। आदिवासी संग्रहालय के पीछे कुकड़ा जगत से होकर झंडा
की ओर जाने वाली मुख्य सड़क लाखों रुपए की लागत से बनाई जा रही है।
तकरीबन एक पखवाड़ा पहले यहां डब्लूबीएम का काम किया गया है।

आज लाखों की इस सड़क में हजारों गड्ढे हो गए हैं वह भी लगभग 500 मीटर में।
हालात ये हैं कि इस सड़क के किनारे निवास करने वाले लोग अपने ही घर के सामने पल भर खड़े नहीं हो सकते।
उन्हें हमेशा ये डर बना रहता है कि पता नहीं कब कौन सी गाड़ी तेज रफ्तार से आएगी और कीचड़ उड़ाकर चली जाएगी।
क्षेत्रवासियों ने बताया कि पहले सीवरेज कंपनी ने सड़क का कुछ हिस्सा खोदा था अब पूरी सड़क ही खुदी पड़ी है।
कुकड़ा जगत की यह सड़क राहगीरों के साथ क्षेत्रवासियों के लिए भी परेशानी का सबब बन गई है।
नजर आने लगी गुणवत्ता!

इस सड़क पर बने गड्ढों ने गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। सूत्र बताते हैं कि इसका निर्माण
आइडियल कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया जा रहा है। जानकार बताते हैं कि डब्लूबीएम मटेरियल को देखकर ही
अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़क की उम्र कितनी होगी।
क्षेत्रवासी सड़क की गुणवत्ता की जांच की मांग को लेकर जनसुनवाई में शिकायत की तैयारी में हैं।
भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ा निर्माण!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस सड़क निर्माण को लेकर भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
वर्तमान में सड़क निर्माण पूरा नहीं हुआ है। जानकारों का कहना है कि अभी ‘लीपापोती’ से पहले यदि निगम के
जिम्मेदारों की नींद खुल जाती है तो संभवत: राहगीरों को ठीक-ठाक गुणवत्ता वाली सड़क तो मिलेगी ही
निगम के लाखों रुपए गड्ढे में जाने से बच जाएंगे।